बीत चला २०१३ ..... अब ----
१४ आने वाला है
दुःख -दर्द की बातें भूल
दिल अब गाने वाला है
नयी उम्मीद , नया सपना
नयनों में सजने वाला है ---
पेट भरा पर होंठ अतृप्त है
हाथों में जिसके प्याला है
कौन सुने किस- किसकी बातें ?
हर शख्स सुनाने वाला है----
छोडो उन बातों को जिनसे
दिल उचटने वाला है
जिसे पता है भूख की कीमत
देता वही निवाला है ---
पुराने को विदा करें
नव-स्वागत की घड़ी आई है
मंजिल खुद उसे ढूँढ लेती
जिसने भूले-भटके को राह दिखाई है ---
यही संदेशा लिए निशा (२०१३ की-)
दर पे सबके आई है
नए वर्ष की नई ख़ुशी में
तहेदिल से बधाई है---
आप को नए वर्ष की बहुत-बहुत शुभकामनायें ---- नया वर्ष आप के लिए नए सपने , नए अपने और नयी उम्मीदें लेकर आये। पुराने को हँसकर विदा करें और नए का दिल से स्वागत करें … इससे जीवन का सफ़र सुहावना होगा ---- धन्यवाद।