दिल के अन्तः पुर में,.......
ब्लोगर ......साथियों
हम सभी जानते हैं की
अत: प्रदूषणमुक्त पर्यावरण बनाना हमारी जिम्मेदारी है ....धन्यवाद ...
भावों के मोती ...
नैनन के अँसुवन में
सजनी पिरोती .........
ब्लोगर ......साथियों
हम सभी जानते हैं की
के मामले में पशु-पक्षी हमसे
आगे हैं .......पर अब वो भी हमको देख
बिगड़ने लगे हैं ......उनकी ... नाराजगी ...को
दर्शा रही मेरी ...कविता की ये पंक्तियाँ .....
देखिये सारस और हरे कबूतर के इन जोड़ों के
माध्यम से और संभल जाइए .......
नहीं तो .????????????????....
.. अब सजनी नहीं ...
सजना के आँखों में आंसू होंगे !
प्रदुषण बड़ा ख़राब होता है ....
सार्थक संदेश देती पोस्ट
ReplyDeleteसंदेश देती सुन्दर रचना
ReplyDeleteबढिया रचना
ReplyDeleteबहुत बढ़िया |
ReplyDeleteशुभकामनायें आदरेया ||
सुंदर सन्देश लिए पंक्तियाँ
ReplyDeleteसही है, प्रदूषण ने सभी जीव-जंतुओं की स्वाभाविक जीवनचर्या को प्रभावित किया है।
ReplyDeleteसही कहा..प्रदूषण के कारण ही सभी परेशान है..सुंदर सन्देश
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeletedhanyavad mishra jee ...
Deleteओह... सचमुच प्रदूषण बहुत ख़राब होता है...
ReplyDeleteसंदेश देती पोस्ट
ReplyDeleteबहुत खूब...
ReplyDeleteअब तो सम्हलना ही पडेगा,,,,,वर्ना ,,,,,
ReplyDeleteप्रेरक संदेश देती बेहतरीन प्रस्तुति,,,,,,,
RECENT POST : समय की पुकार है,
सहज भावों वाली सुंदर कविता....
ReplyDeletedhanyvad sir....
Deleteसार्थक सन्देश देते सच्चे मोतियों की माला पहना दी आपने ब्लॉग जगत को शुक्रिया ..
ReplyDeletedhanyvad sharma jee...
Deleteबहुत ख़ूब!
ReplyDeleteआपकी यह सुन्दर प्रविष्टि आज दिनांक 05-11-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-1054 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
बेहतर भावाभिव्यक्ति ...!
ReplyDeletedhanyavad kewalram jee aap mere blog par aaye ....dil udas to nahi hua ? muskuraane ke liye maine saras aur kabutar ke jode ka sahara liya ...
Deleteभावपूर्ण अभिव्यक्ति बहुत सुन्दर लगी
ReplyDeleteसही आह्वान
ReplyDeleteहमें सजग होना ही होगा..
ReplyDeleteवाह ... बहुत ही बढिया।
ReplyDeletebahut bahut dhanyavad sabhi ko....
ReplyDeletenice presentation
ReplyDeleteसचेत कर दिया आपने आगे उनकी मर्जी सुधरें न सुधरें .शुक्रिया आपकी टिपण्णी का .पशुओं का प्रेम अनन्य होता है .
ReplyDeleteदिल के कोटर में छिपे, माणिक-मोती-रत्न।
ReplyDeleteइन्हें खोजने के लिए, करना कुछ प्रयत्न।।
बहुत सार्थक बात कही आपने ,सावधान हो जाना चाहिये.
ReplyDeleteसार्थक सन्देश .. जल्दी ही सचेत होना जरूरी है ...
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