काश !यह बात धर्म को लेकर लड़ रहे लोगों को समझ मे आती ! जन्नत में जल प्रलय !
क्या बात वाह!
KHOOB....
बढ़िया है |
वाह
बेहतरीन अभिवयक्ति.....
बहुत सुन्दर है खोखले दावे हैं एहम के एकटे गुरूर नहीं यथार्थ है अतिश्योक्ति नहीं है .
हाय ! ये हुश्न की कारीगरी औ इश्क की बाजीगरी जख्म सारे सिल गए आगोश में आने के बादजिस्म की मंजिल पे कुछ यूं फिसल जाने के बाद। …
अच्छी भावपूर्ण रचना !मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है राज चौहान http://rajkumarchuhan.blogspot.in
अच्छी पंक्तियां हैं।
बेहतरीन प्रस्तुति मधुजी अनिल
बेहतरीन प्रस्तुति '
सत्य है , मंगलकामनाएं आपको !!
वाह ... क्या बात है ...
काश !यह बात धर्म को लेकर लड़ रहे लोगों को समझ मे आती !
ReplyDeleteजन्नत में जल प्रलय !
क्या बात वाह!
ReplyDeleteKHOOB....
ReplyDeleteबढ़िया है |
ReplyDeleteवाह
ReplyDeleteबेहतरीन अभिवयक्ति.....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर है खोखले दावे हैं एहम के एकटे गुरूर नहीं यथार्थ है अतिश्योक्ति नहीं है .
ReplyDeleteहाय ! ये हुश्न की कारीगरी औ इश्क की बाजीगरी
ReplyDeleteजख्म सारे सिल गए आगोश में आने के बाद
जिस्म की मंजिल पे कुछ यूं फिसल जाने के बाद। …
अच्छी भावपूर्ण रचना !
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है
राज चौहान
http://rajkumarchuhan.blogspot.in
अच्छी पंक्तियां हैं।
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति मधुजी अनिल
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति '
ReplyDeleteसत्य है , मंगलकामनाएं आपको !!
ReplyDeleteवाह ... क्या बात है ...
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