शिमला तेरी वादियों में मन को मोड़ आई हूँ अपने ज़िगर के टुकड़े को तेरे सानिध्य में छोड़ आई हूँ.… उचित-अनुचित ,अच्छे-बुरे का देना अब तुम ज्ञान मैं जननी तूँ जगदम्बा रखना उसका ध्यान........
dhanyavad vibha jee .....plain me rahne ki aadat hai aur shimla hilly area hai thoda door bhi hai ..isliye thodi si ghabrahat ho rahi thi .....mujhe ...
वटवृक्ष से दूर ही बृक्ष खुला आसमान में सर उठा सकता है , माँ वटवृक्ष है.....उसे तो आसमान छूना है .......शुभकामनायें | अच्छे दिन आयेंगे ! सावन जगाये अगन !
Panchi ko udane ke liye ghonsala chhodana hi padata hai maidam!
ReplyDeleteAap houasala rakho...
jee sir ..hausla rakhna padega ....
Deleteमेरा बेटा भी इन्हीं वादियों में अपनी इंजीनियर की पढाई पूरी की
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनायें आपके बेटे के लिए
dhanyavad vibha jee .....plain me rahne ki aadat hai aur shimla hilly area hai thoda door bhi hai ..isliye thodi si ghabrahat ho rahi thi .....mujhe ...
Deleteजगदंबा ज़रूर ध्यान रखेंगी ।
ReplyDeletedhanyavad asha jee .....
Deleteमाँ की गोद से निकलकर अपने पैरों पर खड़ा होने की ओर पहला कदम...!! आशीष!!
ReplyDeletedhanyavad.......
Deleteबहुत सुंदर रचना सीधे दिल से निकली अनुभूतियाँ. बधाई.
ReplyDeletedhanyavad sanjay jee ...
Deleteबच्चे को शुभकामनायें और आशीर्वाद...
ReplyDeletedhanyavad.....
Deleteआपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति बुधवारीय चर्चा मंच पर ।।
ReplyDeleteसाया बापू का उठा, *रूप-चन्द ग़मगीन :चर्चा मंच 1690
dhanyavad ravikar jee ......
Deleteवटवृक्ष से दूर ही बृक्ष खुला आसमान में सर उठा सकता है , माँ वटवृक्ष है.....उसे तो आसमान छूना है .......शुभकामनायें |
ReplyDeleteअच्छे दिन आयेंगे !
सावन जगाये अगन !
भाव पूर्ण ... बच्चों की बहुत शुभकामनायें ....
ReplyDeleteमां ही--यह कर सकती है.
ReplyDeleteईश्वर आपकी मनोकामना पूर्ण करे.
sabhi ko bahut-bahut dhanyavad .....
ReplyDeleteमां के स्नेह की उर्जा संतान को सुपोषित करती रहती है।
ReplyDeleteशुभकामनाएं !
वह खुद समर्थ होगा , मंगलकामनाएं बच्चे को !
ReplyDelete.... प्रगतिपथ पर अग्रसर होने के लिये इस पहले कदम के लिये अनंत शुभकामनाएँ
ReplyDeleteजहाँ माँ का आशीर्वाद होता है ,जगज्जननी का नेह भी वहीं छलकता है !
ReplyDeleteबेटे को शुभकामनाएँ!
उम्दा प्रस्तुति के लिए आपको बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteनयी पोस्ट@जब भी सोचूँ अच्छा सोचूँ
बहुत सुंदर उदगार संतान के प्रति प्रार्थना ईश से .,बेड़ाकर पार ,अपरम्पार .
ReplyDeletethanks to all ....
ReplyDeleteसभी को धन्यवाद ......
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