ब्लोगर साथियों आज केदारनाथ यात्रा के बारे में बता देती हूँ बहुत दिन हो गए ...
कभी कंप्यूटर साथ नही दे रहा था तो कभी समय ...
29.5. को हम उत्तरकाशी से सुबह 7 बजे केदारनाथ के लिए रवाना हुए ....
जल्दी निकलने के मूड में थे हम पर पेट्रोल ख़त्म हो जाने की वजह से देर हो गई थी ..
जब पेट्रोल पम्प पर पेट्रोल मिला तब हमारी यात्रा शुरू हुई ...
पेट्रोल का ध्यान रखना जरुरी है ...हमें कई बार परेशानी हुई ...
खैर जैसे तैसे शेरसी पहुंचे शाम के 4.45 में ....
पता चला की अब केदारनाथ नही जा सकते क्योंकि रिपोर्टिंग टाइम निकल गया है
जबकि हमें कहा गया था की रात के 8 बजे तक फ्लाईट जाती है ..
हमको कहा गया आपका टिकट बेकार हो गया ...लास्ट फ्लाईट शाम के 5 बजे तक जाती है ...
हम सभी तनाव में आ गए ...जैसे तैसे करके एजेंट से बात की ...
तब हमें 30 .7 को आने के लिए कहा गया ...30 को शाम 3 बजे हमारी बारी आई ...
हमने हरिद्वार से ही हेलीकाप्टर के लिए बुकिंग कराई थी।..रात हमें शेरसी में रुकना पड़ा ...
उत्तरकाशी से केदारनाथ के रस्ते में चाय के लए रुके थे हम .....
अपनी बारी का इन्तजार ...
केदारनाथ पहुच गए हम .......आख़िरकार मेरा सपना पूरा हुआ ...जिसके बारे में मै सोचती थी
की मैं कभी केदारनाथ नही जा सकती क्योंकि मुझे ऊंचाई से बहुत डर लगता है ...पर अधिकारी जी
और उनकी पत्नी शशि के साथ हमारी ये यात्रा पूरी हो गई ....बहुत बहुत धन्यवाद उनको ....
बहुत सुन्दर दृश्य थे ...दिल खुश हो गया ....
कुछ -कुछ जगह बर्फ भी थे बहुत मजा आया ....
सभी फिसल रहे थे ..गिर रहे थे ...हँसते -हँसते बुरा हाल था था मेरा
हाँ मै नही फिसली ...
मंदिर के करीब हैं हम ...
हम 3 बजे शाम में केदारनाथ पहुँच गए थे ..6 मिनट लगा शेरसी से आने में ..हेलिकोप्टर द्वारा
ज्यादा चलना नही पड़ा ....बर्फ पर हमने खूब मजे किये ...3.30..बजे शाम को दर्शन के लिए हम लाइन में लगे ..
5.30 में दर्शन हुए ...रात वही रुकना पड़ा ....
दुसरे दिन सुबह लौट गए ...रात और सुबह ठण्ड थी वैसे मौसम बड़ा अच्छा था
बाहर बहुत ठण्ड थी अत: अन्दर आ गए हम ...
चाय की जरुरत थी ठण्ड की वजह से ...
कुल मिला कर बहुत मजा आया .....देर से पहुचने की वजह से कुछ तनाव अवश्य हो गया था ...
इसलिए जरुरी है की टिकट बुक कराते समय ये बातें साफ हो जाय क्योंकि जाम की वजह से भी कई बार देर हो जाती है .....
फिर मिलते है ........धन्यवाद ....
इस सचित्र प्रस्तुति के लिए आभार ...
ReplyDeleteआपके वृत्तांत से तो लगा मानो यात्रा बड़ी सहज और सरल है....
ReplyDeleteजाया जा सकता है...
सुन्दर चित्र....आप पक्का नहीं फिसलीं थी न :-)
अनु
sach men nahi fisli ...ab fisalne ki umra kahan???? pta hai anu jee meri saheliyan kahti hain bhari log nahi fisalte ...pure group men mera vajan hi jyaada tha bada shock laga tha vahan se aakr 4 kg vajan kam kiya ...
Deleteआपका यात्रा संस्मरण हमें भी केदारनाथ जाने की प्रेरणा दे रहा है।
ReplyDeleteचित्रमय बेहतरीन केदारनाथ यात्रा प्रस्तुति,,,,,,
ReplyDeleteचित्रमय बेहतरीन केदारनाथ यात्रा प्रस्तुति,,,,,,
ReplyDeleteRECENT POST,,,इन्तजार,,,
रोचक वृत्तांत ...बहुत सुन्दर चित्र...
ReplyDeleteसुंदर चित्र एवं वृतांत
ReplyDeleteवाह: सुंदर चित्रों के साथ सुन्दर यात्रा वृतांत....आभार
ReplyDeleteघर बैठे केदार नाथ के दर्शन हो गए ... सुंदर प्रस्तुति
ReplyDeleteTHANKS TO ALL.
ReplyDeleteसुंदर चित्रों के साथ सुन्दर यात्रा वृतांत..... sach men nahi fisli ...ab fisalne ki umra kahan?
ReplyDeleteHahaha...Lajwab..waqt ke sath-sath bahut kuch badal jata hai Nisha ji.....
बहुत सुन्दर चित्रमय प्रस्तुति...
ReplyDeleteआपकी चित्रमय यात्रा के साथ हम भी दर्शन कर रहे हैं ...
ReplyDeleteआशा है आपकी यात्रा सुखद रही ...
मनोहर दिलकश नज़ारे केदार नाथ धाम के साझा करने के लिए शुक्रिया ."दोस्ती का दिन " मुबारक .कृपया यहाँ भी पधारें -
ReplyDeleteram ram bhai
रविवार, 5 अगस्त 2012
आपके श्वसन सम्बन्धी स्वास्थ्य का भी समाधान है काइरोप्रेक्टिक (चिकित्सा व्यवस्था )में
वाह! निशा जी आपने तो केदार नाथ जी की बहुत सुन्दर यात्रा करवा दी है.
ReplyDeleteवहाँ आपने आदि गुरु शंकराचार्य जी के मंदिर के भी दर्शन किये होंगें.
केदारनाथ धाम की छटा ही निराली है.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार,निशा जी.
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ReplyDeleteआपने घर बैठे केदारनाथ-दर्शन करवा दिए …
तीर्थ-यात्रा के पुण्य के साथ इसका भी पुण्य लाभ मिलेगा …
:)
सुन्दर यात्रा वृतांत के लिए आभार !
dhanyavad rajendra jee...
ReplyDeleteaapke britant ke sath hamne bhi kedarnath ke darshan kar liye Nish ji..thanks
ReplyDeleteaapke blog ki 100wa followes mai... :))
ReplyDeletedhanyavad vasundhara jee ....
Deleteaapke saath yaatra sachitra bahut achhi rahi
ReplyDeletedhanyavad rashmijee...
Deleteऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन
ReplyDeleteवो तो गली गली हरि गुण गाने लगी...
श्रीकृष्णजन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ,निशा जी.
आपके बहाने हमारे भी दर्शन हो गये।
ReplyDeleteशुक्रिया।
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महान गणितज्ञ रामानुजन!
चालू है सुपरबग और एंटिबायोटिक्स का खेल।
bahut sundar chitron se yukt rochal sansmaran .badhai
ReplyDeleteJOIN THIS-WORLD WOMEN BLOGGERS ASSOCIATION [REAL EMPOWERMENT OF WOMAN
uttrakhand ki paawan bhumi pr aapka..baarmbaar...shubhswagat..
ReplyDeletenamskaar aapne to uttarkashi ki yatraa karvaa di ..dhanyvaad aapkaa ..aapko padhkar achcha laga
ReplyDeleteaapne uttarkashi ki yatraa karva di dhanyvaad ..aapki bhashashaili khoobsurat hai ...aur ue jo tippani men fond badal jaten hen wo kaise ?hote hen sundar hen
ReplyDeleteअच्छा यात्रा सचित्र ब्योरा दिया है आपने .द्रुत टिपण्णी के लिए शुक्रिया आपका
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